जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय आज से अपनी अंतिम सेमेस्टर परीक्षा शुरू करेगा. हॉस्टल फीस वृद्धि के खिलाफ लगभग महीने भर से विरोध प्रदर्शन कर रहे ज्यादातर छात्रों ने परीक्षाओं का बहिष्कार करने का फैसला किया है. हालांकि, कुछ छात्र जो परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं.
विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं. परीक्षा आयोजन से जुड़े पिछले कुछ दिनों में विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए नोटिसों की में जेएनयू ने स्पष्ट किया है, परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. एक नोटिस में, विश्वविद्यालय ने छात्रों को चेतावनी दी, जो सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने में विफल रहेंगे उनकी स्टूडेंटशिप रद्द होगी.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सूत्रों ने खुलासा किया, मंत्रालय ने छात्रों का समर्थन किया था और अपनी सिफारिशों में उन्होंने प्रशासन को फीस वृद्धि के निर्णय के बारे में पुनर्विचार करने की सलाह दी है. जैसा छात्र चाहते थे इन सिफारिशों को सार्वजनिक किया जाए, इस बारे में मंत्रालय ने छात्रों से फिर से मिलने का फैसला किया था. हालांकि MHRD और JNUSU के बीच हुई बैठक में कोई खास रिजल्ट नहीं निकला था.
बैठक के बाद, जेएनयूएसयू ने ट्वीट किया था, “कथित तौर पर जेएनयूएसयू और एचएचआरडी के बीच बातचीत के संबंध में एक मसौदा तैयार किया गया है. बातचीत अभी भी चल रही है. अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है. सभी को सलाह दी जाती है वे अफवाहों से प्रभावित न हों. आगे के घटनाक्रम के बारे में हम रिपोर्ट करेंगे.